Wednesday, November 4, 2020

निष्कर्ष

निष्कर्ष


भगवद गीता एक प्राचीन भारतीय धर्मग्रंथ है जो महाभारत के महायुद्ध के बीच भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया गया उपदेशों का संग्रह है। भगवद गीता में आत्मा, ब्रह्म, कर्म, ज्ञान, धर्म और भक्ति जैसे विभिन्न धार्मिक विषयों पर चर्चा की गई है।


भगवद गीता का निष्कर्ष यह है कि धर्म अपनी जीवनशैली में अंतरंग होता है और संसार में हमें संतुष्ट, समझदार और निःस्वार्थ होना चाहिए। इस ग्रंथ का संदेश हमें अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए संसार में सुख और शांति प्राप्त करने की सलाह देता है। यह ग्रंथ भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिये गये उपदेशों के माध्यम से मनुष्य के जीवन में धार्मिकता को सशक्त बनाने का उद्देश्य रखता है।

 


    उपसंहार 

No comments:

Labels

01 10 messages 1201-1202 answer Bhagavad Gita CH-1 CH-10 CH-11 CH-12 CH-13 Ch-14 CH-15 CH-16 CH-17 CH-18 CH-2 CH-3 CH-4 CH-5 CH-6 CH-7 CH-8 Ch-9 Characters doubts Epilogue Facts Geeta Gita parenting Principal question Resources Teachings अक्षरब्रह्मयोगः अध्यायः १० अध्यायः ११ अध्यायः १२ अध्यायः १३ अध्यायः १४ अध्यायः १५ अध्यायः १६ अध्यायः १७ अध्यायः २ अध्यायः ३ अध्यायः ४ अध्यायः ५ अध्यायः ६ अध्यायः ७ अध्यायः ८ अध्यायः ९ अष्टादशोऽध्याय: आत्मसंयमयोगः उपसंहार कर्मयोगः कर्मसंन्यासयोगः क्षेत्रक्षेत्रज्ञविभागयोगः गुणत्रयविभागयोगः ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः ज्ञानविज्ञानयोगः दैवासुरसम्पद्विभागयोगः ध्यान निष्कर्ष पात्र पुरुषोत्तमयोगः प्रथमोऽध्यायः भक्तियोगः महाभारत युद्ध मुख्य कारण मोक्षसंन्यासयोग राजविद्याराजगुह्ययोगः विभूतियोगः विश्वरूपदर्शनयोगः श्रद्धात्रयविभागयोगः संसाधन संसार के चक्र साङ्ख्ययोगः